जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने केरल के एक दिवसीय भ्रमण पर जनजाति लोगों के लिए लागू की जा रहीं विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

केरल : गुरुवार को केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने केरल के एक दिवसीय भ्रमण के दौरान आज अट्टापडी की यात्रा की। यह पलक्कड़ जिले का एक जनजाति बहुल तालुक है। उन्होंने राज्य में जनजातियों के उत्थान के लिए लागू की जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ जनजातियों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए केरल को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करना चाहिए। श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह सही नहीं था कि आजादी के 75 साल बाद भी जनजातियों को जमीन नहीं दी गई, जो केरल की आबादी का महज दो प्रतिशत हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनजाति न तो प्रवासी हैं और न ही भूमिहीन, इसलिए सरकार केवल तकनीकी रूप से उन्हें भूमि के स्वामित्व का अधिकार दे रही है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अट्टापडी क्षेत्र में बढ़ती शिशु मृत्यु दर के कारणों पर गौर किया जाना चाहिए।
अनुसूचित जनजाति विकास विभाग में निदेशक डॉ. विनय गोयल ने जनजातियों के लिए लागू की जा रहीं विभिन्न विकास परियोजनाओं में हुई प्रगति पर एक रिपोर्ट जमा की। समीक्षा बैठक में जनजातीय कार्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्रीमती आर जया, पलक्कड़ की जिलाधिकारी डॉ. एस चित्रा, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. रेणुका सहित कई अन्य शामिल हुए।