पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन एवं पेरेंट्स एसोसिएशन ऑफ़ मेंटली हैंडीकैप्ड ने किया ऑटिज़्म जागरूकता कार्यक्रम
जमशेदपुर :जमशेदपुर स्थित सिदगोड़ा टाउन हॉल में पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन और पेरेंट्स एसोसिएशन ऑफ़ मेंटली हैंडीकैप्ड, जमशेदपुर (पीएएमएचजे) द्वारा संयुक्त रूप से ऑटिज़्म जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिला खेल पदाधिकारी श्री रोहित कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा श्रीमती नेहा संजना खलखो तथा पूर्वी सिंहभूम जिले के प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पुलिस विभाग के कई अधिकारी, पीएएमएचजे के पदाधिकारी, विशेष माता-पिता और विशेष बच्चों ने भाग लिया।
पीएएमएचजे की सचिव श्री पी बाबू राव ने संगठन के बारे संक्षिप्त परिचय दिया । उन्होंने उल्लेख किया कि पीएएमएचजे जमशेदपुर का एक प्रतिष्ठित संगठन है जो पिछले 19 वर्षों से ऑटिस्टिक और मानसिक रूप से मंथर बच्चों के कल्याण और उत्थान के लिए लगातार काम कर रहा है। पीएएमएचजे के अध्यक्ष श्री राजेंद्र प्रसाद ने कार्य के उद्देश्य के बारे में प्रकाश डाला और उल्लेख किया कि यह समाज के प्रत्येक वर्ग का कर्तव्य और जिम्मेदारी है कि वह न्यूरो- विविध बच्चों के साथ सम्मान के साथ व्यवहार करें तथा उन्हें सम्मान एवं मर्यादा प्रदान करें।
विशेष शिक्षिका श्रीमती पुष्पलता ने ऑटिज्म, ऑटिज्म के लक्षण, इसके निदान, विभिन्न प्रकार उपचार, ऑटिस्टिक बच्चों का पालन पोषण, उनसे कैसे व्यवहार करें, उनकी शिक्षा, भविष्य आदि बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। विशेष बच्चों की प्रतिभा और असाधारण क्षमताओं को अंकित करने वाले वीडियो प्रदर्शित किया गया। तत्पश्चात एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने ऑटिज्म के विभिन्न पहलुओं, इसके कारण एवं उपचार पर चर्चा की। अधिकारियों ने विशेष बच्चों से भी बातचीत की। सभी ने एकमत व्यक्त किया कि ऑटिज़्म से संबंधित स्टिग्मा को निश्चित रूप से समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी से कम किया जा सकता है, जिसके लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। सभी अधिकारियों ने पीएएमएचजे के कार्य की सराहना की। मौके पर उपाध्यक्ष डॉ निबेदिता कर, पीएएमएचजे के कोषाध्यक्ष श्रीमती अमृता कुलताज तथा अन्य मौजूद रहे।