खैरपाल में बंगला क्लब द्वारा हर रविवार को होगी बंगला भाषा की पढ़ाई
जमशेदपुर : पोटका प्रखंड स्थित खैरपाल गांव में माताजी आश्रम हाता की प्रेरणा और सहयोग से बंगला क्लब खैर पाल द्वारा क्लब के प्रतिष्ठा दिवस के शुभ अवसर पर बंगला भाषा पढ़ाई शुरू की गई। सभी अतिथियों ने मिलकर द्वीप प्रज्वलित किया और माँ सरस्वती देवी की प्रतिकृति पर पुष्पांजलि देकर इसकी शुरुआत की ।राजकुमार साहू ने स्वागत भाषण दिया।सुनील कुमार दे ने बंगला क्लब की स्थापना दिवस के दिवस शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए क्लब की प्रयास की सराहना की।उन्होंने बच्चे को बंगला सिखाने के प्रयास करने का भी सराहना की।मुख्य अतिथि सूरज मंडल ने कहा,बंगला भाषा काफी उन्नत और मधुर भाषा है। भारत में इसका दूसरा और विश्व मे पांचवा स्थान है।बंगला झारखंड की बुनियादी भाषा है इसलिए झारखंड के हर स्कूल में फिर से बंगला भाषा की पढ़ाई शुरू होनी चाहिए।इसलिए मैं अपने स्तर से जरूर प्रयास करूंगा।उसके बाद करीब 40 बच्चे को बंगला वर्ण परिचय दिया गया जो माताजी आश्रम की ओर से दिया गया।मृणाल पाल की ओर से कॉपी और पेंसिल तथा तपन कुमार गुप्ता की ओर से कलम प्रदान किया गया।साहित्यकार सुनील कुमार दे ने बंगला की पहली क्लास ली ।हर रविवार को सुबह 9 बजे से बंगला प्राइमरी स्कूल खैरपाल में बंगला की क्लास होगी जो रुवी पाल, अपर्णा पाल और अबन्ति पाल द्वारा ली जाएगी । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पोटका के जिला परिषद सूरज मंडल,सम्मानीय अतिथि के रूप में पूर्व जिला परिषद करुणामय मंडल,माताजी आश्रम के संचालक सह साहित्यकार सुनील कुमार दे,बंगबंधु के सचिव राजेश राय, बंगला भाषा प्रेमी सुभाष सिंह राय, मूर्तिकार सह समाजसेवी सुबोध गोराई, रामगढ़ आश्रम के अध्यक्ष सुधांशु शेखर मिश्र मुनीराम बास्के ,हराधन पाल, क्षेत्र मोहन पाल, भवेश पाल, जगदीश पाल, दीनबंधु पाल, स्वपन दास, अमल दास, अरविंद पाल, तन्मय पाल, संजय साहू,बलराम दास, अबन्ति पाल, बुधनी पाल, रुवी पाल, अपर्णा पाल के अलावे काफी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।आदि उपस्थित थे।
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बंगला झारखंड की बुनियादी भाषा-सुरज मंडल।
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खैरपाल में बंगला क्लब द्वारा बंगला भाषा की पढ़ाई शुरू की गई ।
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40 बच्चों ने नामांकन किया ।