“जान” की वार्षिक सम्मेलन सह नवोदयन मिलन समारोह संपन्न
जमशेदपुर एलुमनाई एसोसिएशन ऑफ नवोदयंस यानी “जान” की वार्षिक सम्मेलन सह नवोदयन मिलन समारोह होटल जीवा में रविवार प्रातः 9:00 बजे से शुरू होकर संध्या 4:00 बजे संपन्न हुई । भारत के विभिन्न नवोदय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र गण जो कि जमशेदपुर या आसपास के क्षेत्र में रहने वाले हैं, इस कार्यक्रम में शामिल हुए । इस कार्यक्रम में पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं ने तथा उनके परिवार के सदस्यों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया, वहीं कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सौम्य भार्गव रहे, जो कि स्वर्ण मयूरम की उपाधि से सम्मानित हैं और उन्होंने परंपरागत कत्थक नृत्य को पाश्चात्य आधुनिकता के फ्यूजन के साथ प्रस्तुत किया और दर्शकों का मन मोह लिया । इसके अतिरिक्त तेजस्विनी और हिमशिखा, मामी-भगिनी की जोड़ी ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं दूसरी ओर मास्टर तरुण कृष्ण (उम्र 7 वर्ष) ने अपने नृत्य से दर्शकों को झुमने पर मजबूर कर दिया। दीपक कालिंदी एवं अश्वनी की जोड़ी ने ढोल के साथ गाना गाकर दर्शकों का मन मोह लिया। फिल्मी गाने पर नमिता प्रामाणिक के नृत्य पर दर्शक झूम उठे। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम में गौरव सिंह “क्रांतिगुरु” और रोहित जो कि टाटा स्टील में सीनियर अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और आईआईटी दिल्ली से पास आउट किए हुए हैं, अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। प्रथम वर्ष में एमबीबीएस कर रहे छात्र तेजस्वी सिंह ने मां पर कविता सुनाकर दर्शकों को भावुक कर दिया। कार्यक्रम में गोविंद रजक ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जो मिशन चलाया है उसे दर्शकों के सामने पेश किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जमशेदपुर एवं आसपास में निवास करने वाले भारत के विभिन्न नवोदय विद्यालय के छात्रों को एक मंच पर लाना था। कार्यक्रम में एंकर की भूमिका हरेन्दु शर्मा एवं शीतल बागे ने निभाई। नवोदय विद्यालय सिजुलता के प्राचार्य उपाध्याय सर द्वारा घोषणा की गई कि इसी वर्ष दिसंबर के पहले रविवार को “जान” के सदस्यों का मिलन विद्यालय परिसर में आयोजित की जाएगी । कार्यक्रम के प्रायोजक के रूप में मुख्य भूमिका एचडीएफसी म्युचुअल फंड के सदस्यों एवं श्रीमती सोनी सिंह ने निभाया । इस मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में कोल्हान के तीन नवोदय विद्यालयों- सिजुलता नवोदय विद्यालय, बहरागोड़ा नवोदय विद्यालय एवं झिकपानी नवोदय विद्यालय के प्राचार्य गण, लगभग 110 छात्र-छात्राएँ, शहर के गणमान्य डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, रेलकर्मी, बैंक कर्मी, शिक्षक गण, व्यवसायी गण एवं विभिन्न क्षेत्रों में रुचि रखने वाले लोग मौजूद रहे ।