जमशेदपुर पहुंचा अंडमान निकोबार द्वीप समूह के भिन्न -भिन्न संस्थानों से 45 छात्र-छात्राओं का समूह

जमशेदपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर में एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम के अंतर्गत अंडमान निकोबार द्वीप समूह के भिन्न -भिन्न संस्थानों से 45 छात्र-छात्राओं का एक समुह 4 शिक्षकों के साथ झारखंड भ्रमण हेतु आए है। शिक्षकों में संचालक डॉ के वेंकटेशन, डॉ डायना जोशलिन, श्रीमती जाया प्रभा भट्टाचर्या एवं डॉ अमृता वर्मा शामिल हैं। इस कार्यक्रम का संचालन अंडमान एवम निकोबार द्वीप समूह के डॉ बी आर अंबेडकर तकनीकी संस्थान एवम झारखंड के एन आई टी जमशेदपुर के द्वारा किया जा रहा है।
6 दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम का आज चौथा दिन है। आज छात्र-छत्राओं ने उन्नत भारत अभियान के तहत निश्चित किए गए सेवा ग्राम केरा एवं एकल अभियान द्वारा संचालित बिरसा प्रकल्प का भ्रमण किया।
केरा में उनका स्वागत केरा गाँव के प्रमोद महापात्र, परेश मंडल, दशरथ प्रधान द्वारा किया गया। तत्पश्चात उन्होंने केरा ग्राम के ग्रामीणों से मुलाकात कर वहाँ के जनजीवन एवम संस्कृति के बारे जाना साथ ही अपनी संस्कृति के बारे में भी बताया। केरा में संकल्प के द्वारा संचालित केंद्र में बच्चों नें अंडामन से आए विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। वहाँ दोनों समुह नें सामुहिक गीत गाया। केरा भ्रमण के पश्चात् वे पवित्र एवं लोकप्रिय केरा के भगवती माता के मंदीर का दर्शन किया। आगे वह करंजो एकल विद्यालय गए, जहाँ महिला सशक्तिकरण के प्रशिक्षण, कंप्यूटर केंद्र एवम कृषि कार्य के प्रशिक्षण को देखा एवं प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। वहाँ उन्होंने हल्दी प्रोसेसिंग प्लांट भी देखा। भेन में स्थापित कम्प्यूटर लैब जो गांव-गांव जाकर प्रशिक्षण देता है, देखकर बहुत प्रभावित हुए।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर द्वारा गोद लिए हुए गावं केरा के ग्रामीणों के साथ अंडमान निकोबार बच्चे एवं एकल विद्यालय के अखिल भारतीय संचालक डॉ ललन शर्मा एवम संस्थान के उपनिदेशक डॉ राम विनय शर्मा, सीनियर प्रोफेसर डॉ एच एल यादव, उन्नत भारत अभियान के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ रंजीत प्रसाद, सदस्य डॉ सलेश झा एवम परियोजना सहायक अनुरुद्ध कुमार एवम प्रभात कुमार सम्मिलित हुए।
एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के विद्यार्थियों के बीच सांस्कृतिक, समाजिक परंपराओं, संगीत, पर्यटन, भोजन, खेल और सर्वोत्तम प्रथाओं के साझाकरण आदि के क्षेत्रों में सभी पहलुओं पर आपसी समझ को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम के अंत में एकल अभियान के बजरंग लाल चिरानियाँ, राकेश दोदराजका, आदित्य प्रताप महतो, आशीष ने अंडमान एवं एनआईटी से आए शिक्षकों को सम्मानित किया।